INDICATORS ON वशीकरण मंत्र किसे चाहिए YOU SHOULD KNOW

Indicators on वशीकरण मंत्र किसे चाहिए You Should Know

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निष्क्रियता: मंत्र का उच्चारण करने के बाद, आपको सक्रियता से दूर रहना चाहिए। इसके बाद शांतिपूर्वक ध्यान में बैठें और अपनी इच्छानुसार कार्य करने के लिए प्रभावित होने की कोशिश करें।

यह मंत्र व्यक्ति को आपके प्रति आकर्षित करने के लिए उपयोग किया जाता है। इसके उच्चारण से, आप दूसरे व्यक्ति के दिल में अपने प्रति प्रेम और आकर्षण जगा सकते हैं।

ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं अमुक ग्राह्यार्थे सर्व जगत् हितकारिणी सर्वदुःख निवारिणी सर्व व्याधि नाशिनी नमो नमः स्वाहा॥

इस उपाय को पति पत्नी करे तो उनके बीच का रिश्ता मजबूत बन जाता है. ये उनके बिच आकर्षण को बढाता है.

यदि उसे आँख खोलने पर दिखाई न दे, अर्थात् वह किसी ऐसी जगह हो, जहाँ विला जाए, उसे देखा नहीं जा सकता तो पैरों से भी काम लेना होगा। किसी किसी काम में हाथ, पैर, आंख, कान आदि सभी इन्द्रियों का काम आ पड़ता है। किसी में केवल बुद्धि का और किसी में केवल आत्मा का।

वशीकरण ऊर्जा और आकर्षण के सिद्धांत पर काम करता है। इसमें विशेष मंत्रों और अनुष्ठानों का उपयोग किया जाता है, जो व्यक्ति के चारों ओर सकारात्मक ऊर्जा का निर्माण करते हैं। इसके प्रमुख घटक निम्नलिखित हैं:

तेल मोहन मंत्र साधना करने के दौरान जब तक आपका कार्य पूरा न हो पवित्र बन रहे.

विधि: पहले यह मन्त्र ग्यारह सौ बार जप करके सिद्ध कर लें। फिर जब आँधी चल रही हो तब एक लौंग मुँह में रखकर खुली जगह पर खड़ा होकर इस मन्त्र को एक ही सांस में सात बार जप कर हाथ फैलाकर आँधी की मिट्टी को मुट्ठी में भर लें। फिर इस मिट्टी में मुख में रखी लौग को निकालकर पीस लें और मन्त्र से सात बार अभिमन्त्रित करके जिस भी स्त्री के सिर पर डाला जायेगा, वह जीवनभर here के लिए साधक के प्रति मोहित हो जायेगी। फलानी के स्थान पर साध्य स्त्री का नाम लेना चाहिये।

तीन दिन के बाद जाप समाप्त होने पर नारियल किसी नदी में ससम्मान प्रवाहित कर दें

वशीकरण मंत्र के नैतिक मान्यता संबंधी मामलों में विभिन्न धार्मिक और सामाजिक मत हैं। कुछ लोग इन्हें स्वाभाविक और नैतिकता का हिस्सा मानते हैं और उनका उपयोग नैतिक तत्वों के संरक्षण और धार्मिक साधना का एक तरीका समझते हैं। वे सत्य, धर्म, और न्याय के मान्यताओं के साथ मंत्रों का उपयोग करते हैं। दूसरे लोग इन्हें अज्ञान और अनैतिकता का प्रतीक मानते हैं और इनका उपयोग नैतिकता की प्रतिबद्धता और स्वतंत्रता के खिलाफ समझते हैं।

यहां एक छोटा सा जलाशय भी है जिसके कारण यह स्थान हमेशा नम रहता है। इस जल स्तोत्र का जल भी विशेष गुणों से भरपूर है। इसके सेवन से कई बीमारियाँ दूर हो जाती हैं। यहां हर साल अंबुबाची नामक मेला लगता है। इस समय देवी कामाख्या की उपस्थिति के कारण ब्रह्मपुत्र का जल रक्तिम हो जाता है।

अगर आप प्रेमी प्रेमिका है तो आपको कुछ सावधानी रखनी चाहिए.

विधि: इस मंत्र को किसी शुभ मुहूर्त में अपनी क्षमता अनुसार जप करके सिद्ध कर लें। इसके बाद, प्रयोग के समय शुक्रवार को एक पुष्प लें और मंत्र का सात बार उच्चारण करके उसे अभिमंत्रित करें। जिस स्त्री पर यह फूल डाला जाएगा, वह मंत्र के प्रभाव से मोहित हो जाएगी।

विधि: किसी भी सोमवार को, चार लौंग को पान के पत्ते में लपेटकर अपने मुँह में रखें। इसके बाद, किसी नदी या सरोवर में स्नान करते हुए डुबकी लगाएँ। डुबकी के दौरान, इस मंत्र का इक्कीस बार जाप करें। फिर पानी से बाहर निकलकर मुँह में रखी हुई लौंग को निकालें और उसे धूप दिखाएं। यह लौंग जिसे भी खिला दी जाएगी, वह व्यक्ति साधक के प्रभाव में आ जाएगा।

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